- UPSC Civil Services कीतैयारी के दौरान एकअभ्यर्थी को कई चरणों से गुज़रना पड़ता है | इस दौरान उसे कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है
- एक तरफ मुख़र्जीनगर और राजेंद्रनगर की गलियों में लगे पुस्तकों के ढेर में एक अभ्यर्थी को अपने सपनों के खोजाने काडर बना रहता है वहीँ दूसरी तरफ उसे इस परीक्षा में सफल होने के लिए खुद को लगातार अभिप्रेरित रखना पड़ता है | मेरी भी तैयारी कुछ इसी तरह के माहौल से हुई
- पहला प्रश्न जो अक्सर अभ्यर्थियों को लगातार परेशान करता है और जिसने मुझे भी परेशान किया, वह था मेराचयन होगा या नहीं , मुझे उसके लिए कौन सी किताबें पढ़नी होगी
- बाजार में लगे किताबों केअम्बार में से काम की किताबें छाटना भी अपने आप में एक जटिल कार्य हे | दूसरी तरफ इस परीक्षा को लेकर बनी कई गलत धारणाएंजैसे – UPSC दुनिया की सबसे कठिन परीक्षा है , Unlimited Syllabus ( Everything under the Sun is part of the GS Syllabus )अभ्यर्थी को लगातार परेशान करते रहते हैं
- लेकिन में अपने अनुभवों के आधार पर यह बताना चाहूंगा की यह परीक्षा उतनी कठिन नहीं है जितना इस का माहौल बना रखा है |
- मैं उन अभ्यर्थियों के लिए अपनी रणनीतिसांझाकर रहा हूँ जो भविष्य के सिविल सेवा अधिकारी बनेंगे |